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लोक परंपरा और पौराणिक संस्कृति की धरोहर पांडव लीलायें हमारे पहाड़ी क्षेत्रों की पहचान है(विजयपाल सजवाण)

Pandava Leela, a heritage of folk tradition and mythological culture, is the identity of our hilly areas (Vijaypal Sajwan)

 

धनारी क्षेत्र के ढु्ंगालगांव बगसारी मे दिनांक 17 दिसम्बर 2023 से 25 दिसंबर तक नौ दिवसीय पांडव लीला का दिव्य आयोजन किया जा रहा है। लीला के सातवें दिन 23 दिसंबर को गंगोत्री क्षेत्र के पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ग्रामवासियों के निमंत्रण पर यहाँ सम्मिलित रहे। इस दौरान उन्होंने यहाँ अपने पुराने साथी व पूर्व विधायक रहे स्व0 गोपाल रावत को उनके पैतृक गांव मे उनकी स्मृति को याद कर उन्हे अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ग्रामवासियों के स्नेह निमंत्रण पर माँ नागणी देवी के सानिध्य मे अपने पुराने साथी और बाल सखा स्व0 पूर्व विधायक गोपाल रावत जी के पैतृक गांव में आयोजित पांडव लीला मे सम्मिलित होने का परम शोभाग्य प्राप्त हुआ। आज यहाँ की माटी मे पहुंचकर अपने पुराने मित्र की भी भरसक ही याद आ गयी। भगवान उनकी दिव्य आत्मा को अपने श्री चरणों मे रखें इन्ही कामनाओं के साथ यहाँ ग्रामीणों के द्वारा किये स्वागत सम्मान के लिए हार्दिक आभार व धन्यवाद।

उन्होंने कहा कि लोक परंपरा और पौराणिक संस्कृति की धरोहर पांडव लीलायें हमारे पहाड़ी क्षेत्रों की पहचान है। कालांतर से हिमालयी क्षेत्रों के अधिष्ठात्री देव पांडव ही हुए है, कहा जाता है कि सृष्टि की रचना से अब तक पांडव ही ऐसे इंसान रहे जो हमारी इसी देवभूमि से जीवित ही स्वर्ग गये। इस समय पूरे उत्तराखंड सहित उत्तरकाशी के हरेक गांव मे सुख, समृद्धि के लिये पांडव लीलाओं का दिव्य आयोजन किया जा रहा है। जिसमे ढुंगालगांव धनारी मे पांडव लीला का नौ दिवसीय भव्य आयोजन इनकी अगाध श्रद्धा व समस्त ग्रामवासियों के बेहतर समन्वय का प्रेरणा दायक प्रयास है।

 

इस दौरान उन्होंने माँ नागणी देवी व पांडव देवताओं से ढुंगालगांव धनारी सहित समस्त क्षेत्रवासियों की सुख, समृद्धि व खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर उनके साथ पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष नत्थी लाल शाह, कांग्रेस के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष दिनेश चौहान, दशरथ पंवार, पत्रकार मुकेश चौहान सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।

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