लोकसभा चुनाव के दिन ग्रामसभा खनेड़ा के ग्रामीणों ने मतदान का पूर्ण रुप से बहिष्कार किया था। समझाने पहुँचे तहसील के अधिकारियों के बीच ग्रामीणों ने जमकर हंगामा भी किया। राजस्व टीम के द्वारा समझा व आश्वासन देने के बाद नाराज मतदाता पोलिंग बूथ में साढ़े बारह बजे दोपहर के बाद मतदान करने पहुँच गये। आपको बता दे कि ग्राम सभा खनेड़ा मे ग्रामीण लम्बे समय से मोटर मार्ग निर्माण की मांग करते आ रहे है। मतदान बहिष्कार करने के दोरान गांव के युवाओं व बुजुर्गों सहित महिलाएं में आक्रोश बना हुआ रहा, ग्रामीणों का कहना है कि आजादी के बाद से ग्रामीण सड़क निर्माण व विधुत की थ्रीफेस लाइन, स्कूल के पीछे चीड़ के पेड़ को हटाने की मांग करते आ रहे है। परन्तु कोई भी अधिकारी सुनने को राजी नही है।
दिनेश नौटियाल राजस्व निरीक्षक
ग्रामीणों का स्पष्ट कहना है कि वे हर बार विधानसभा लोकसभा से लेकर स्थानीय चुनाव में शत प्रतिशत वोट डालते आ रहे थे। हर बार जनप्रतिनिधियों ने चुनाव जीतने के बाद सड़क बनाने का वादा तो करते है, लेकिन किसी ने आज तक काम पुरा नहीं किया है। सड़क का प्रलोभन देकर नेता वोट मांगते रहे हैं। चुनाव जीत जाने के बाद लौटकर गांव भी नहीं आते हैं। इसी बात से नाराज ग्रामीणों ने इस बार मतदान ही नहीं करने का फैसला किया था। लेकिन तहसीलदार धनीराम डंगवाल के निर्देश पर ग्राम खनेड़ा पहुँची राजस्व निरीक्षक दिनेश नौटियाल और राजस्व उपनिरीक्षक नरेश रावत ने समझाने के बाद ग्रामीणों ने मतदान किया।
विकास चौहान युवक मतदाता