प्रकृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन से जुड़ा लोक पर्व ‘हरेला‘ जिले में हर्षोल्लास से मनाया गया। इस मौके पर वृहद स्तर पर वृक्षारोपण अभियान चलाकर विभिन्न प्रजाति के हजारों पौधे रोपित किये गए। जिले में मुख्य कार्यक्रम जिला मुख्यालय के निकटवर्ती डांग गांव के होड़ा वन क्षेत्र में आयोजित किया गया। यह इलाका वनों की रक्षा के लिए बहुचर्चित चिपको आंदोलन एवं रक्षा सूत्र आंदोलन का भी केन्द्र रहा है।
कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने जनपदवासियों को हरेला पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वन-संवर्द्धन एवं पर्यावरण संरक्षण की इस मुहिम को मिल रहे जन-समर्थन से यह अभियान निश्चित तौर पर कामयाब होगा। हरेला पर्व से शुरू हुए यह महाअभियान आगामी 15 अगस्त तक चलेगा, इस दौरान जिले में 10 लाख से भी अधिक पौधे रोपित किए जाने का लक्ष्य है।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण, नगरपालिका बाड़ाहाट के अध्यक्ष रमेश सेमवाल, मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार, प्रभागीय वनाधिकारी डी.पी.बलूनी, गंगोत्री नेशनल पार्क के उप निदेशक आरएन पाण्डेय, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आरसीएस पंवार, मुख्य कृषि अधिकारी जे.पी. तिवारी, भूवैज्ञानिक जीडी प्रसाद, स्वजल के पर्यावरण विशेषज्ञ प्रताप मटूड़ा, वन क्षेत्राधिकारी प्रदीप बिष्ट सहित गंगा विचार मंच के प्रांत संयोजक लोकेन्द्र सिंह बिष्ट, डांग गांव के प्रधान रोशन शाह, क्षेत्र पंचायत सदस्य अमित नाथ, महिला मंगल दल अध्यक्ष सुनीता गुसाईं, ग्रीन चिपको जन-संगठन डांग के अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह गुसांई व संस्थापक अभिषेक जगूड़ी, वन पंचायत सरपंच प्रताप सिंह गुसांई सहित बड़ी संख्या में मीडिया कर्मियों, स्थानीय ग्रामीणों और वन तथा अन्य विभागों के कार्मिकों ने पौधारोपण किया। जिलाधिकारी ने जोशियाड़ा बैराज के निकट स्थापित भागीरथी रूद्राक्ष वाटिका में भी रूद्राक्ष रोपित कर गत वर्ष रोपित पौधों की देखभाल का जायजा भी लिया। इस दौरान प्रभागीय वनाधिकारी तथा जल विद्युत निगम के अधिशासी अभियंता एम.एस.नाथ उपस्थित रहे।