जनपद के नगर पालिका बड़कोट में भीषण पेयजल किल्लत से जूझ रहे नगरवासियों का भूख हड़ताल व अनिश्चितकालीन धरना 43वें दिन भी जारी रहा ,प्रशासन व पुलिस ने आंदोलनकारियों को तहसील से जबरन उठवाकर चिन्हित धरना स्थल पर सभी को छोड़ दिया। जहां पर नगरवासियों ने सरकार के खिलाप नारेबाजी करते हुए पेयजल पम्पिंग योजना की वित्तीय स्वीकृति की मांग की।
इधर नगर वासियों व महिलाओं ने प्रशासन पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए भारी नाराजगी व्यक्त कर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
मालूम हो कि नगरवासी पेयजल पम्पिंग योजना की वित्तीय स्वीकृति की मांग विगत 43 दिनों से करते आ रहें है। नगरवासी प्रवीन रावत तीसरे दिन भूख हड़ताल पर डटे रहे और अनिश्चितकालीन धरना 43वे दिन भी जारी रहा । भूख हड़ताल पर बैठे प्रवीन रावत ,जय हो ग्रुप के संयोजक सुनील थपलियाल और सहकारी समिति के अध्यक्ष अजय रावत का कहना है कि बड़कोट वासी अपना मूल अधिकार मांग रहे है, 30 मई को तिलाड़ी में सांकेतिक धरना देने के बाद 6 जून से क्रमिक धरना और 6 जुलाई से भूख हड़ताल और अनिश्चितकालीन धरना दे रहें है। अगर जल्द मांगो पर विचार नही हुआ तो बड़कोट वासी उग्र आंदोलन करेगा।दरअसल बड़कोट की जनता भीषण जल संकट से त्रस्त है । इस मौके पर प्रवीन सिंह रावत, सुंदर देई, सुनील थपलियाल,अजय रावत, विजय रावत भक्त, संत केशवगिरी महाराज,सोबेन्द्र चौहान, एस एस रावत, सुमन, मुकेश , राजेश उनियाल, पूर्ण सिंह रावत, आराधना सुशील,बबिता ,गोदाम्बरी,मुन्नी देवी,हेमंत,हेमा बच्छेर,सुमित्रा,निर्मला,इंदुबाला,स्वतंत्री,चतरी देवी,रीना रावत,अमिता पंवार,मंजू गौड़,सुमित्रा जोशी,अनिता राणा,गीता,अनूप नौटियाल, धनवीर रावत,केदार सिंह, अजय रावत बाडिया, मनमोहन,प्रताप रावत, मोहित थपलियाल,संजय अग्रवाल,गणेश,जय सिंह, कपिल ,शिवप्रसाद, चन्द्रमणि,उपेन्द्र ,गौतम ,तेग सिंह,दिपेंद्र मिश्रवान,भगवती सहित सैकड़ों नगरवासी मौजूद थे।