उत्तराखंड

एनएचएआई देहरादून में ‘सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2025’ के तहत दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

NHAI Dehradun organised a two-day workshop under 'Vigilance Awareness Week 2025'

*एनएचएआई देहरादून में ‘सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2025’ के तहत दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन — ईमानदारी और पारदर्शिता को सुदृढ़ करने का संकल्प*

*देहरादून, 31 अक्टूबर 2025:*
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) क्षेत्रीय कार्यालय, देहरादून द्वारा “सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2025” के अंतर्गत दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य अधिकारियों और कर्मचारियों में ईमानदारी, पारदर्शिता एवं नैतिक आचरण के प्रति जागरूकता बढ़ाना रहा। इस वर्ष का थीम “केंद्रीय सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1964 एवं CTE प्रकार निरीक्षण की प्रक्रिया” निर्धारित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ क्षेत्रीय अधिकारी श्री विशाल गुप्ता द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि सतर्कता केवल एक विभाग की नहीं, बल्कि हर अधिकारी एवं कर्मचारी की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने यह भी बताया कि डिजिटल तकनीकों के उपयोग से एनएचएआई की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता, दक्षता और जवाबदेही में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
इस अवसर पर महाप्रबंधक (सतर्कता) श्री संजय वर्मा ने कहा कि ईमानदारी किसी भी सरकारी सेवा की आत्मा है। उन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती के अवसर पर कहा कि हमें राष्ट्र सेवा में निष्ठा, पारदर्शिता और जनहित को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि वे किसी भी प्रकार की अनियमितता या भ्रष्टाचार से दूर रहकर कार्य करें।
उप प्रबंधक (सतर्कता) श्री रवि कुमार मीणा ने PIDPI (Public Interest Disclosure and Protection of Informers) प्रणाली की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह व्यवस्था भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज उठाने वालों को कानूनी सुरक्षा और गोपनीयता प्रदान करती है। उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी नागरिक या कर्मचारी केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) को सुरक्षित रूप से शिकायत दर्ज करा सकता है।
इस दौरान CTE (Chief Technical Examiner) प्रकार निरीक्षण की प्रक्रिया पर भी विस्तृत जानकारी दी गई। श्री वर्मा ने बताया कि यह प्रणाली बड़े मूल्य के अनुबंधों और परियोजनाओं की पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सतर्कता केवल अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं बल्कि एक सतत प्रक्रिया है जो संगठन में विश्वास, उत्तरदायित्व और नीतिगत पारदर्शिता को मजबूत बनाती है।
कार्यशाला के दौरान एनएचएआई अधिकारियों ने लच्छीवाला टोल प्लाज़ा, देहरादून का भी दौरा किया, जहाँ श्रम कानून अनुपालन, महिला सुरक्षा, स्वच्छता और कार्यस्थल पर नैतिक आचरण से संबंधित जागरूकता सत्र आयोजित किया गया।
दो दिवसीय कार्यशाला ने “ईमानदारी से करें कार्य — भ्रष्टाचार से इनकार” के संदेश को मूर्त रूप दिया। इस पहल के माध्यम से एनएचएआई ने अपनी उस प्रतिबद्धता को दोहराया है जिसके तहत संस्था पारदर्शिता, जवाबदेही और नैतिक प्रशासन के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
इस अवसर पर क्षेत्रीय अधिकारी श्री विशाल गुप्ता, महाप्रबंधक (सतर्कता) श्री संजय वर्मा, उप प्रबंधक (सतर्कता) श्री मनीष मिग्लानी, उप प्रबंधक (सतर्कता) श्री रवि कुमार मीणा, सहित एनएचएआई उत्तराखंड के सभी परियोजना निदेशक, अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

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