भारी पानी की किल्लत झेल रहा नगर पालिका बड़कोट, लोगों में भारी आक्रोश, पढ़े पूरी खबर
Barkot Municipality is facing severe water shortage, people are very angry, read the full news
बड़कोट नगर क्षेत्र में गर्मियां बढ़ते ही पेयजल संकट गहराने लगता है। नगर क्षेत्र में वार्ड नम्बर एक, तीन, चार, पांच, छह औऱ सात में सबसे अधिक पेयजल किल्लत बनी रहती है। पिछले डेढ़ माह से पानी की भारी किल्लत नगर को झेलनी पड़ रही है। अभी कुछ दिन पूर्व ही नगर वासियों ने अपने बर्तन बजाकर जल संस्थान को जगाने की कोशिश की लेकिन विभाग के कान में जु तक नही रेंगी। 10 मई से यात्रा प्रारंभ होने के बाद से होटल व्यवसाई भी परेशान हो गए है। होटलों में एक समय पानी की सप्लाई आ रही है जिससे होटल की एक टँकी भी नही भर पाती है।
नगर के सबसे पुराने होटल व्यवसाई श्री विशाल मणि रतूड़ी जी का कहना है कि हम साल भर यात्रा की इंतजारी करते है और पूरे साल का 80 से 90 हजार रुपये पानी का बिल देते है जबकि आजकल हमे पानी नही मिल पा रहा है और हमे प्राइवेट टैंकरों से मूल्य देकर खरीदना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि नगर में जिस प्राकृतिक पेयजल स्रोत से पानी की सप्लाई होती है वह करीब 30 साल पहले का है जिससे आज भी पानी की सप्लाई की जा रही है, जो काफी कम मात्रा में है। उस समय नगर की जनंसख्या करीब डेढ़-दो हजार रही होगी जबकि आज के समय मे नगर की जनसंख्या 30 हजार के पार हो गयी है और यहां चारधाम यात्रा का भी भारी दबाव बना रहता है।
विभाग ने पानी सप्लाई के नाम पर टेन्टर के माध्यम से टैंकरों की भी व्यवस्था कर रखी है। लेकिन उन टैंकरों से कहा और कितना पानी सप्लाई हो रहा है ये कहना मुश्किल है। नाम उजागर न करने की शर्त पर लोगों का कहना है की जल संस्थान के टैंकर ले देकर पानी की आपूर्ति कर रहे है। वही इस मामले में सहायक अभियंता श्री देवराज तोमर का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में नही है। उन्होंने कहा मामले की जांच कर उचित कार्यवाही की जाएगी।
जल निगम द्वारा बड़कोट नगर के लिए पेयजल आपूर्ति हेतु पम्पिंग पेयजल योजना तैयार की हुई है लेकिन, यह योजना धनराशि स्वीकृति की इंतजारी में बीते पांच सालों से शासन में धूल फांक रही है। जिसकी कोई सुध नही ले रहा है। इस योजना की कई बार मुख्यमंत्रियों द्वारा घोषणा भी की गई। हालांकि बीच बीच कुछ नेताओं द्वारा पाइप लाइन स्वीकृति उनके द्वारा कराई गई है ये बात अपने अपने fb सोशल मीडिया द्वारा कही जाती रहती है लेकिन जमीनी हकीकत नगर वासी जानते है। खैर अब नगर में पर्याप्त पेयजल आपूर्ति के लिए नगरवासियों ने सिर्फ पेयजल पम्पिंग योजना के लिए धनराशि स्वीकृति की ही आस लगाई हुई है।