स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चिंद्रिया लाल का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
Freedom fighter Chindriya Lal was cremated with state honours.
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चिंद्रिया लाल का केदार मोक्ष घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ। घाट पर पुलिस जवानों द्वारा उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और उपस्थित लोगों ने आजादी के आंदोलन की आखिरी पीढ़ी के इस प्रतिनिधि को विनत भाव से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए नम आंखों से विदा किया।
जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. चिंद्रिया लाल के बन्दरकोट स्थित आवास पर जाकर उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र भेंट कर शासन एवं प्रशासन की तरफ से श्रदांजलि अर्पित की और परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के साथ ही सामाजिक सरोकारों में स्व. चिंद्रिया लाल का योगदान अविस्मरणीय और नई पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक है।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, एसडीएम भटवाड़ी चत्तर सिंह, पुलिस उपाधीक्षक अनुज कुमार एवं तहसीलदार डुंडा सीपी नगवान भी मौजूद रहे। दोपहर को करीब एक बजे स्वतंत्रता सेनानी चिंद्रिया लाल का पार्थिव शव तिरंगे में लपेटकर केदारघाट पर अंतिम संस्कार के लिए लाया गया। घाट पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देकर राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि की गई। दिवंगत चिन्द्रिया लाल के पुत्र चिरंजी लाल ने मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार को सम्पन्न करवाया।
परिजनों ने बताया कि 100 वर्षीय चिंद्रिया लाल पिछ्ले लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे। हाल ही में देहरादून के एक अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। बीते 25 दिसम्बर को उन्हें उत्तरकाशी के बंदरकोट आवास पर लाया गया था। बीते बुधवार शाम छह बजे बंदरकोट स्थित आवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली।