उत्तराखंडलोक संस्कृति

“मंगसीर बग्वाल” का आयोजन 29 नंवबर से 1 दिसंबर तक उत्तरकाशी के रामलीला मैदान मे

"Mangseer Bagwal" will be organized from 29 November to 1 December at Ramlila Ground in Uttarkashi

अनघा फाउंडेशन द्वारा विगत 17 सालों से जनपद उत्तरकाशी में आयोजित लोक विजय पर्व ” *मंगसीर बग्वाल”* का तीन दिवसीय आयोजन इस साल 29 नंवबर से 1 दिसंबर 2024 तक रामलीला मैदान उत्तरकाशी मे किया जाएगा।
लोकमान्यता है कि मंगसीर बग्वाल वीर भड़ माधोसिंह भंडारी की तिब्बत विजय के उपलक्ष में मनाया जाता है।
तीन दिवसीय बग्वाल में प्रथम दिवस बाल बग्वाल द्वितीय दिवस बेटी बग्वाल और अंतिम दिवस मुख्य बग्वाल हर्षोल्लास से पारम्परिक कलेवर में आयोजित की जाएगी।
तथा मंगसीर बग्वाळ कार्यक्रम में हमारी लोक संस्कृति के विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसे मांगल गायन, लोक नृत्य, भैलू पूजन, भैलू नृत्य, सांस्कृतिक शोभा यात्रा, पारंपरिक खेल(पिट्ठू गर्म, मुर्गा झपट,व्रत तोड़ ) प्रतियोगिताएं, शैक्षणिक प्रतियोगितायें (गढ़ भाषण,गढ़ फैशन, गढ़ चित्रण,)आदि आयोजित किए जाएंगे।
भैलू नृत्य, रासो नृत्य व रस्साकशी कार्यक्रम बग्वाल के विशेष आकर्षण रहेंगे। साथ ही गढ़ चित्रकला प्रदर्शनी, पहाड़ में दैनिक उपयोग के पुराने परंपरागत सामग्रियों की गढ़ संग्रहालय प्रदर्शनी के साथ ही गढ़भोज स्टॉल पर शुद्ध पहाड़ी घी की जलेबी, स्वांले पकोड़े, लाल चावल के भात , कंडाली कापली, कोदे की रोटी ,चोंसा आदि वाली थाली, झंगोरे की खीर जैसे पहाड़ी पकवानों का स्वाद ले सकेंगे।
सर्वसम्मति से इस वर्ष के बग्वाल कार्यक्रम अध्यक्ष कन्हैया सेमवाल को मनोनीत किया गया है।
बैठक में अनघा फाउण्डेशन के संयोजक अजय पुरी, अध्यक्ष राघवेन्द्र उनियाल, सचिव सुभाष कुमांई, मालगुजार शैलेन्द्र नौटियाल, कार्यक्रम अध्यक्ष कन्हैया सेमवाल, गढ़ संग्रहालय के व्यवस्थापक हेमराज बनूणी, गढभोज के व्यवस्थापक रवि नेगी, उत्तम गुसाईं उर्फ सरदार, IT सेल के अंकित मंमगाई, पारस,पृथ्वी राणा आदि उपस्थित रहे।
प्रत्येक वर्ष की भांति इस बग्वाल में भी गढ़वाल, कुमाऊं के अतिरिक्त मुम्बई, दिल्ली, हिमाचल, गाजियाबाद से भी अतिथियों के प्रतिभाग करने की सूचना है।

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