उत्तरकाशी जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला की अध्यक्षता में जिला उद्योग मित्र समिति की बैठक जिला सभागार में सम्पन्न हुई। जिलाधिकारी ने एमएसएमई नीति के अंर्तगत बैंकों को भेजे गए ऋण आवेदन मामलों की समीक्षा करते हुए बैंकर्स और महाप्रबंधक उद्योग को निर्देशित किया कि आपसी समन्वय स्थपित करते हुए उद्यमियों की समस्याओं को त्वरित गति के साथ निस्तारित की जाय। जिन उद्यमियों के ऋण आवेदन बैंक को भेजे गए है उनमें ऋण प्राप्त करने की सभी औपचारिकता पूर्ण कराते हुए पात्र उद्यमियों को तेजी के साथ ऋण वितरण की कार्यवाही करना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने एकल खिड़की व्यवस्था के अंर्तगत उद्यम स्थापना के प्रस्ताव पर जारी सैद्धांतिक सहमति की प्रगति पर भी चर्चा की। साथ ही प्रधानमंत्री रोजगार सृजन, मुख्यमंत्री स्वरोजगार एवं अति सूक्ष्म नैनो उद्यम प्रगति की भी समीक्षा की। जिलाधिकारी ने कहा कि स्वरोजगार के माध्यम से स्थानीय स्तर पर लोगों की आर्थिकी को मजबूत करने के उद्देश्य से उद्यमों की स्थापना के लिए विभाग के पास जो भी आवेदन प्राप्त हो रहें है उन्हें शीघ्र बैंक को भेजा जाए। जिलाधिकारी ने सभी बैंकर्स को निर्देशित किया कि जिन आवेदकों की औपचारिकता पूर्ण हो गई है उन्हें ससमय ऋण वितरण करना सुनिश्चित करें। महाप्रबंधक उद्योग शैली डबराल ने बताया कि एकल खिड़की व्यवस्था के अन्तर्गत चालू वितीय वर्ष में सिंगल विंडो सिस्टम पोर्टल पर 47 आवेदन प्राप्त हुए। जिसमें से 44 आवेदन पत्रों को निर्धारित सीमा के भीतर निस्तारित किया गया। तथा सैद्धांतिक स्वीकृति दी जा चुकी है। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत 295 आवेदन ऋण स्वीकृति हेतु बैंकों को भेजे गए। जिसमें 140 ऋण आवेदन पत्रों पर स्वीकृति एवं 105 आवदेन पत्रों पर ऋण वितरण की कार्यवाही की जा चुकी है। इसी तरह मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत 1138 आवेदन प्राप्त हुए जिन्हें बैंक को भेजा गया। जिसमें 718 आवेदन पत्रों पर ऋण स्वीकृति एवं 402 पर ऋण वितरण की कार्यवाही की जा चुकी है। बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी पुनीत तोमर, महाप्रबंधक उद्योग शैली डबराल, जिला पर्यटन विकास अधिकारी राहुल चौबे, एलडीएम राजीव सहित अन्य अधिकारी एवं उद्यमी उपस्थित रहे।